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भाजपा कार्यालय के सामने आत्मदाह करने वाले बलराम की हुई मौत,पुलिस से परेशान होकर लगाई थी आग

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लखनऊ। उत्तर की राजधानी लखनऊ के भाजपा के प्रदेश कार्यालय के सामने आत्मदाह करने वाले बलराम तिवारी की बुधवार को मौत हो गई।बलराम बिजली विभाग में संविदाकर्मी था।बलराम की पत्नी सोनिया ने मकान मालिक मनीष पाल पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।साथ ही आम्रपाली चौकी इंचार्ज रमापति पर शिकायत न सुनने का भी आरोप लगाया था।बलराम मकान मालिक के अत्याचार और ठाकुरगंज पुलिस की अभद्रता से अजीज होकर आत्मदाह कर लिया था।

राजधानी लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके के रहने वाले पूर्व संविदाकर्मी बलराम तिवारी की बुधवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।यूपी विधानभवन के सामने भाजपा कार्यालय के गेट नंबर दो के पास शुक्रवार रात बलराम ने आत्मदाह कर लिया था जिसमें वह 60 फीसदी से अधिक जल गया था। सिविल अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। बुधवार सुबह उसकी मौत हो गई।पुलिस ने इस मामले में मकान मालिक समेत तीन के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था।डीसीपी पश्चिम ने मामले की जांच एसीपी चौक को सौंपी थी।अभी तक एसीपी की जांच रिपोर्ट नहीं आई है।

पुलिस ने बलराम तिवारी की पत्नी सोनी की तहरीर पर मकान मालिक मनीष पाल और अन्य के खिलाफ आत्मदाह करने के लिए उकसाने की एफआईआर दर्ज की थी। हालांकि के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। बलराम पत्नी और बच्चों के साथ कई बार ठाकुरगंज थाने गए थे। इस दौरान पुलिस ने मकान मालिक और बलराम के बीच समझौता करा दिया था। घटना से एक दिन पहले भी बलराम परिवार समेत ठाकुरगंज थाने में देर रात तक मौजूद थे।

आपको बता दें कि बलराम तिवारी को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।जहां से बलराम को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया था।बलराम और उनका परिवार किसी से मिलने न पाए इस वहां कड़ी सुरक्षा लगाई गई थी। अभी तक आरोपितों के खिलाफ कार्यवाही न होने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।सोनी के सामने चार बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी है और उनकी आर्थिक व्यवस्था भी ठीक नहीं है।

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