तालमेल एक्सप्रेस
प्रयागराज। विज्ञान प्रसार, 16वें राष्ट्रीय गणित कंवेशन के ए.आई.आर.एम.सी. एवं एम.बी.सी. के संयुक्त संयोजन में आयोजित एवं समर्थित “राष्ट्रीय शैक्षिक महाकुंभ” (शिक्षा, कला, गणित एवं पर्यावरण महोत्सव) का आयोजन प्रतापगढ़ के चिलबिला में 16-28, सितंबर को आयोजित किया गया। इस राष्ट्रीय शैक्षिक महाकुंभ का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने किया। राष्ट्र की प्रगति में सफ़ल एवं सतत् योगदान तथा छात्र- छात्राओं का व्यापक स्तर पर मार्गदर्शन करने तथा उनका पथ प्रदर्शित करने वाले देश भर की महान विभितियों जिसमें देश के सैकड़ों वैज्ञानिक, गणितज्ञ, समाजसेवी, उद्यमी, कवि, कलाकार, यूथ मोटीवेटर, बाल विलक्षण प्रतिभाओं तथा शिक्षा के क्षेत्र में अपना विशिष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों को इस महाकुंभ में आमंत्रित एवं सम्मानित किया गया। जिसमें टैगोर पब्लिक स्कूल के वरिष्ठ रसायन शास्त्र प्रवक्ता एवं राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के रिसोर्स पर्सन संजय श्रीवास्तव को भातखंडे विश्वविद्यालय, लखनऊ की पूर्व- कुलपति प्रो. पूर्णिमा पांडेय ने अमूल्य शिक्षा निधि अवार्ड से सम्मानित किया। ज्ञातव्य है की संजय श्रीवास्तव विज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में विगत तीस वर्षों से अपना विशिष्ट योगदान दे रहें हैं। इनके नेतृत्व में अब तक लगभग पंद्रह सौ बाल वैज्ञानिक जनपद, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विज्ञान परियोजनाओं व लघु शोध पत्रों को सफलता पूर्वक प्रस्तुत कर ख्याति प्राप्त कर चुके हैं।विद्यार्थियों में विज्ञान के लोकप्रिय करण एवं रुचि उत्पन्न करने के लिए पूर्व में भी संजय श्रीवास्तव को विभिन्न राज्य सरकारों,स्वयं सेवी संगठनों एवं केंद्र सरकार की विभिन्न स्वायत संस्थाओं से विभिन्न पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। इस अवसर पर जिन प्रमुख हस्तियों को सम्मानित किया गया, उनमें से सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार, इंडियन प्लानेटरी सोसाइटी, मुंबई के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. जे. जे. रावल, मैथ्स गुरु ऑफ इंडिया इंजी. बी.एन.राव, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, नई दिल्ली के राजेश ठाकुर, इसरो के सेवा निवृत्ति डॉ. दीपक भाई पंडिया, डॉ. सी. एम. नौटियाल, वैज्ञानिक, इंडियन नेशनल साइंस अकादमी, नई दिल्ली एवं ब्रिगेडियर डॉ. एम.एन झिंगन आदि प्रमुख थे। राष्ट्रीय शैक्षिक महाकुंभ का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में न केवल राष्ट्रीय अपितु अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध विद्वत मनीषीयों को एक मंच पर एकत्रित करना था ताकि युवाओं को न केवल हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के विकल्प एवं अवसरों की जानकारी हो सके, बल्कि वे हर क्षेत्र में सफलता हेतु आवश्यक बारीकियों से रूबरू हो सकें।
इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय शैक्षिक महाकुंभ में पर्यावरण, विज्ञान एवं गणित के प्रति संचेतना जागृत करने हेतु स्कूली बच्चों हेतु इसरो एवं विज्ञान प्रसार द्वारा आयोजित प्रदर्शनी के अलावा वैज्ञानिकों के व्याख्यान, समाज में फैले अंधविश्वास के पीछे छिपे विज्ञान के रहस्य का पर्दा उठाने के लिए मैजिक शो, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर अपनी विलक्षण प्रतिभा से लोहा मनवाने वाले बाल कलाकारों का प्रदर्शन मुख्य आकर्षण थे। जिसमें गूगल गर्ल आरोही सिंह, गूगल गुरु गुरु उपाध्याय, राष्ट्रीय नृत्यांगना अंकिता बाजपेई, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित गौरव मौर्य, राष्ट्रपति बाल पुरस्कार से सम्मानित कु. अनिशा ने अपने उद्बोधन एवं प्रदर्शन से सभी दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर ए.आई.आर.एम.सी.के अध्यक्ष डॉ. चंद्रमौली जोशी, राष्ट्रीय शैक्षिक महाकुंभ के संयोजक राम सजीवन मौर्य,बी.एम.सी. राष्ट्रीय महासचिव इंजी.मो. अरहम सिद्दीकी आदि उपस्थित थे।