हर 15 दिन में ब्लड प्रेशर चेक कराएं : नोडल अधिकारी
तालमेल एक्सप्रेस
प्रयागराज। विश्व हृदय दिवस पर जिले में विभिन्न गतिविधियां आयोजित हुईं। सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर यह गतिविधियां हृदय रोग की रोकथाम और प्रबंधन में सुधार पर खास तौर से केंद्रित रहीं। इसी क्रम में गुरुवार को शिक्षा निदेशालय के वित्त नियंत्रक कार्यालय (बेसिक शिक्षा परिषद) में गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य जांच शिविर लगा। शिविर में लोगों के वजन, ब्लडप्रेशर, डायबिटीज़ व मानसिक स्वास्थ्य की जांच की गई। इस मौके पर विशेषज्ञ, चिकित्सा अधिकारी एवं परामर्शदाता के माध्यम से हृदय रोग से संबंधित लोगों की जांच कर उन्हें उपचार एवं परामर्श दिया गया।
नोडल अधिकारी एन.सी.डी सेल डॉ. राजेश सिंह ने जांच शिविर के आयोजन पर बताया कि विश्व हृदय दिवस की थीम के अनुरूप हृदय रोगों, उनके कारक व बचाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से इस शिविर का आयोजन किया गया है। अगर किसी व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो हर 15 दिन में ब्लड प्रेशर चेक कराएं। ब्लड प्रेशर का कंट्रोल में न होना हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा देता है। स्वस्थ शरीर और दिल के लिए पूरी नींद लेना चाहिए।एनसीडी सेल जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के जिला सलाहकार डॉ शैलेश मौर्या व सोशल वर्कर सुमनलता त्रिपाठी ने जांच के लिए आए लोगों को तंबाकू के सेवन से होने वाले जानलेवा नुकसान के विषय में बताया व तंबाकू छोडने की अपील की। डॉ॰ शैलेश ने बताया कि “खराब जीवनशैली की आदतों (धूम्रपान, शराब और गतिहीन जीवनशैली) के कारण मध्यम आयु वर्ग की आबादी समय से पहले ही दिल की समस्याओं से जूझने लगा है। तंबाकू का सेवन हृदय के साथ अन्य कई बीमारियों का कारक है। जीवनशैली में बदलाव से बहुत हद तक इससे बचा जा सकता है।“ सुमनलता त्रिपाठी ने बताया कि ऐसे लोग जिन्हें तंबाकू छोडने में समस्या आ रही है वह काल्विन के कमरा नंबर 117 में आएँ और अपनी समस्या बताएं। यहाँ उनका पूरा इलाज मुफ्त किया जाएगा व उन्हें मनोवैज्ञानिक तौर पर भी तंबाकू छोडने के लिए प्रेरित किया जाएगा।शिविर को सफल बनाने में रवीद्र कुमार (वित्त नियंत्रक) डोगरा शक्ति (वित्त एवं लेखाधिकारी) का विशेष सहयोग रहा। संबन्धित जांच शिविर में उच्च शिक्षा निदेशालय, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, बेसिक शिक्षा निदेशालय के कर्मचारियों के स्वास्थ्य की जांच की गयी। आयोजित शिविर में जिला मानसिक स्वास्थ्य से मनोवैज्ञानिक डॉ॰ पासवान, नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ॰ ईशान्या राज , डॉ॰ मालविका सिंह, प्रभाष चन्द्र, राजेश (आईसीएमआर), पुनीता यादव (स्टाफ-नर्श), पिया सिंह (लैब-टैक्नेशियन) व अवधेश सिंह ने मुख्य भूमिका निभाई।