अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में “दिव्य नायक” डॉक्यूमेंट्री मूवी की हुई स्क्रीनिंग

तालमेल एक्सप्रेस

मध्यप्रदेश। खजुराहो में अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में विवेक शर्मा निर्देशित डॉक्यूमेंट्री मूवी दिव्य नायक” की स्क्रीनिंग की गई। फिल्म निर्देशक विवेक शर्मा ने बताया कि आरके संस प्रोडक्शन वीवीआइपी के बैनर तले बनी डॉक्यूमेंट्री “दिव्य नायक” फिल्म का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव खजुराहो में 7 दिसंबर पाहिल वाटिका स्थित सत्यजीत राय सिनेमा में किया गया। भरतपुर के रहने वाले धीरज खंडेलवाल ने दिव्य नायक का पोस्टर और ग्राफिक डिजाइन किया है। धीरज खंडेलवाल को भोपाल के फिल्म प्रभारी सुनील सोन्हिया के द्वारा मिला सम्मान। निर्देशक, लेखक डॉ चंद्रप्रकाश द्विवेदी, (चाणक्य- अभिनेता, पृथ्वीराज- निर्देशक ), अभिनेता मकरंद देशपांडे, अभिनेता अरूण बख्शी, फ्रांस अभिनेत्री एरिन बोर्गो ने फिल्म की सराहना की और साथ ही पोस्टर का विमोचन इन सभी के द्वारा किया गया । धीरज खंडेलवाल ने बताया उक्त डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिव्यांग व्हील चेयर क्रिकेट टीम पर आधारित है। इस फिल्म का मकसद “कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो”। इस फिल्म में दिखाया गया है कि आपको चलने में भले ही दिक्कत हो, लेकिन हौसला दमदार हो तो मजबूरी लड़खड़ाती है। दिव्य नायक इच्छाशक्ति के ऐसे ही किरदार हैं और पैरों पर भले ही खड़े नहीं हो पाते हो लेकिन व्हील चेयर पर बैठकर क्रिकेट खेलते हैं। ज़िंदगी का हर पन्ना पलटने के बाद एक बात साफ़ हो जाती है कि ज़िंदगी आसान नहीं है। समस्याओं की सूरत कहीं बड़ी है तो कहीं छोटी तो जिनके हिस्से में आने वाला संघर्ष ज़रा पेचीदा है। ऐसा ही रंग बनाया एक ऐसी क्रिकेट टीम ने जिसने तमाम दिक्कतों का सामना किया है वो अपने दर्द और अपने दुःख से आगे बढ़ते हैं, खेल के मैदान में उतरते हैं और sportsmanship की मिसाल पेश करते हैं उनकी हिम्मत और उनका मनोबल ये साबित करता है कि वो भी इस समाज का हिस्सा हैं वो दिव्यांग हैं पर दिव्यांग होना उनकी कमजोरी नहीं है, वो रास्ता खोजते नहीं, रास्ता बनाते हैं, वो चाहते हैं कि सच को जिस तरह स्वीकारा जा सकता हो, वैसे ही स्वीकारा जाए वो हालातों से जीते, आलोचनाओं से जीते, विसंगतियों से जीते और अब मैदान जीतने के लिए तैयार।
इस फिल्म की पटकथा सुनील सोन्हिया ने किया है ।फिल्म का पोस्टर और ग्राफिक्स डिजाइन धीरज खंडेलवाल ने किया । कैमरा असिस्टेंट दिवाकर कुमार, वोइस ओवर अमित वाधवा एडिटिंग विवेक शर्मा, मुरलीधर कुमार, शिवांक रंजन ने तकनीकी सहायक का काम किया है। इस फिल्म को आगामी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के लिए भेजा गया है।
शहजाद अली, राजा बाबू शर्मा ने इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म पर हर्ष जताया है ।