स्वच्छता मिशन को आगे बढ़ाने में जुटी जर्मनी की मशीनें
वाराणसी। कोविड का डर जैसे जैसे खत्म हो रहा है, वैसे वैसे रिवेंज टूरिज्म जोर पकड़ रहा है। इस त्यौहारी सीजन में वाराणसी नगरी विदेशी और देशी पर्यटकों के आगमन की उम्मीद में सजाई जा रही है। अधिकारी शहर की स्वच्छता को लेकर बहुत गंभीर हैं और इसमें किसी भी तरह की कोई ढील न देने के निर्देश उन निजी क्षेत्र की कंपनियों को भी दिए गए हैं, जिन्हें नगर की साफ़ सफाई से संबंधित जिम्मेदारियां दी गयी हैं। पिछले कुछ महीनों में न सिर्फ देशी, बल्कि विदेशी सैलानियों ने बाबा विश्वनाथ की नगरी की ओर रुख किया है।पिछले साल की तुलना में विदेशों से इस साल जानकारी लेने के लिए ज्यादा लोगों ने सम्पर्क किया है। कोविड के दौरान विदेशी पर्यटकों की संख्या में काफी कमी दर्ज की गयी थी। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में, गंगा नदी के किनारे गेस्टहाउस में विदेशी पर्यटकों द्वारा बुकिंग में वृद्धि हुई है। पिछले कुछ महीनों में 3000 से अधिक विदेशियों ने काशी का दौरा किया है।
नगर पालिका ने सड़कों, गलियों, बाजारों की सफाई के लिए जर्मनी की मशीनों को काम पर लगाया है। मशीनों से सफाई कराने से न सिर्फ समय की बचत होती है बल्कि ऐसी जगहों पर जहां इंसान से सफाई कराने पर उनके स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है, मशीनें बिना किसी खतरे के सफाई करने में सक्षम हैं। जर्मनी स्थित मुख्यालय वाली कारचर इंडिया ने जो मशीन तैनात की है वह सड़कों की सफाई करने के साथ साथ धूल के कणों को अंदर खींचकर वायु प्रदूषण घटाने में भी मदद करती है। “हमारे मशीन धूल और गंदगी को खींचने के लिए डिज़ाइन की गयी है। हम वाराणसी जैसी महत्वपूर्ण नगर की स्वच्छता बनाए रखने और पर्यावरण को विदेशी और देशी पर्यटकों के लिए दुरुस्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, उक्त बातें ” कारचर इंडिया के प्रबंध निदेशक जतिंदर कौल ने बताया। कौल का कहना है की मशीनीकृत सफाई के जरिए मुश्किल काम को भी आसानी से किया जा सकता है। मैन्युअल सफाई में कर्मचारियों को अमूमन सांस की तकलीफ, कंधों और पीठ के दर्द की शिकायत रहती है, वहीं मशीन से सफाई करने पर कर्मचारी को इन सभी परेशानियों से बचाया जा सकता है। समय की बचत के साथ साथ मशीनों से सफाई कराने पर कर्मचारियों को तमाम स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं से भी निजात दिलाई जा सकती है। वास्तव में, वाराणसी वेस्ट सोलूशन्स जर्मनी की मशीनों के प्रदर्शन से इतने संतुष्ट हैं कि वे चाहते हैं कि अन्य नगर निगम सड़क सफाई अनुप्रयोग मशीनीकृत सफाई पर स्विच करने की दिशा में विचार करें।