पश्चिमी यूपी का कुख्यात अपराधी आदित्य राणा की तलाश में जुटी STF, ढाबे के शौचालय की दीवार फांदकर हो गया था फरार

शाहजहांपुर।पश्चिमी उत्तर प्रदेश का कुख्यात अपराधी आदित्य राणा के हिरासत से भागने के बाद पुलिस के सिर में जबरदस्त दर्द बढ़ गया है। 48 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस राणा तक नहीं पहुंच पाई है।राणा के मुकदमों को देखते हुए अब स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को भी जिम्मेदारी दी गई। पुलिस ने बरेली से लेकर हरदोई तक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला है।राणा की तस्वीर दिखाकर टोल टैक्स पर भी पूछताछ की है। पुलिस सर्विलांस के जरिए भी लोकेशन ट्रेस करने में जुटी हुई है।

बिजनौर, लखनऊ, मुरादाबाद आदि जिलों में आदित्य राणा पर मुकदमे दर्ज हैं।राणा के भागने के बाद लखनऊ के अधिकारी अलर्ट मोड में है।अधिकारियों ने राणा की गिरफ्तारी के लिए अब एसटीएफ को लगाया है।एसपी ने एसओजी समेत पुलिस की तीन टीमों को राणा की तलाश में लगाया है। जिस ढाबे से राणा भागा वहां के सीसीटीवी कैमरे खराब मिले हैं। उसके आसपास दोनों ओर के कैमरों में भी यह देखने का प्रयास किया गया कि राणा किस गाड़ी से भागा है। पुलिस ने टोल पर भी पूछताछ की है। पुलिस ने ढाबे के कर्मचारियों से एक बार फिर से पूछताछ की है।

सदर कोतवाली को ट्रांसफर हुई राणा की विवेचना, बिजनौर तक सरपट दौड़ी पुलिस

थाना रामचंद्र मिशन क्षेत्र के नेशनल हाईवे स्थित रेड चिली ढाबे के शौचालय की दीवार फांदकर भागा कुख्यात अपराधी आदित्य राणा के मामले की विवेचना ट्रांसफर हो गई। विवेचना थाना आरसी मिशन के बजाय सदर बाजार पुलिस को सौंपी गई है।सदर बाजार पुलिस की टीम ने राणा के बिजनौर जिले में जाकर परिजनों और गिरोह के अन्य सदस्यों से पूछताछ की। राणा का अपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है।

आपको बता दें कि बिजनौर जिले के स्योहारा का रहने वाला लखनऊ जेल में निरुद्ध कुख्यात अपराधी आदित्य राणा को लखनऊ पुलिस बिजनौर से पेशी से वापस ला रही थी। थाना रामचंद्र मिशन क्षेत्र में स्थित रेड चिली ढाबे पर खाना खाने के लिए रुकने पर राणा पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। मामले में थाना रामचंद्र मिशन में प्रभारी निरीक्षक महेंद्र सिंह की ओर से लखनऊ पुलिस लाइन में तैनात एसआई दीपक कुमार, कांस्टेबल रिंकू सिंह, कांस्टेबल अमित कुमार, कांस्टेबल चालक मनोज कुमार और आदित्य राणा के खिलाफ धारा 223, 224 के तहत अभियोग पंजीकृत कराया गया। गुरुवार को थाने में दर्ज केस की तफ्तीश थाना सदर बाजार हस्तांतरित कर दी गई है। विवेचना अपराध निरीक्षक राकेश सिंह करेंगे।

पुलिसकर्मी के मोबाइल से खुला राज, पश्चिमी यूपी के व्यक्ति से कराई थी बात

मिली जानकारी के‌ अनुसार कुख्यात अपराधी आदित्य राणा के शौचालय से कूदकर भागने का राज पुलिस कर्मियों के मोबाइल से खुल रहा है।पेशी से लौटते समय आदित्य राणा की मोबाइल से पुलिसकर्मी ने बात कराई थी। ये नंबर पश्चिम यूपी का बताया जा रहा है।सर्विलांस सेल ने उस नंबर को ट्रेस करने के बाद बिजनौर पुलिस को सूचना दी है। पुलिस के रडार पर बिजनौर पेशी के दौरान मिलने आए मददगार भी आए हैं। उनकी सूची भी तैयार की जा रही है। राणा से कोर्ट में कई लोगों ने मुलाकात की थी।राणा ने परिजनों से रुपए भी लिए थे।बरेली में राणा ने खुद शॉपिंग की और साथ ही पुलिस कर्मियों को भी खरीदारी कराई थी। रुपए खर्च करने पर पुलिस राणा की दोस्त बन गई। पुलिस कर्मियों को शॉपिंग कराने को अधिकारियों ने गंभीरता से लिया। जांच इस ओर भी की जाएगी। कैदी को शॉपिंग कराने के मामले में सिपाही फंस सकते हैं।

लापरवाह पुलिसकर्मी हुए निलंबित

आदित्य राणा की सुरक्षा में लगे दरोगा और सिपाहियों पर लापरवाही करने पर थाना आरसी मिशन में केस दर्ज कर लिया गया। प्रभारी एसपी संजय कुमार ने बताया कि लखनऊ के अफसरों को आदित्य राणा के मामले की जानकारी दे दी गई। उनकी रिपोर्ट भी यहां से भेजी गई थी। लापरवाही के चलते पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए हैं।

पुलिस नहीं मिला लोकल लिंक

पुलिस की जांच में स्पष्ट हो गया कि उसका लोकल कोई भी लिंक नहीं था। उसने भागने की प्लानिंग पहले ही तैयार की थी। माना जा रहा है कि राणा जिले से बाहर निकल गया है। उसकी तलाश के लिए पुलिस की टीम ने नेपाल तक दौड़ लगाई है।

कचहरी में बढ़ाई गई सुरक्षा

ढाबे के शौचालय की दीवार फांदकर आदित्य राणा के भागने के बाद जिले की पुलिस अलर्ट हो गई। पुलिस ने जेल से आने वाले बंदियों की सुरक्षा कड़ी कर दी है। कचहरी में बंदियों को परिजनों द्वारा दिए जाने वाले सामान पर भी रोक लगा दी गई। पुलिस ने बंदियों की सुरक्षा को भी बढ़ा दिया है। बंदियों के वाहन के करीब आने पर रोक लगा दी है।

प्रभारी एसपी संजय कुमार ने बताया कि आदित्य राणा की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें लगाई गई हैं। सर्विलांस की मदद ली जा रही है। रास्ते में आदित्य राणा से मिलने वालों को सूचीबद्ध किया जा रहा है।