5 शहरों में ‘माई सिटी माई हैरिटेज़’ कैम्पेन का आयोजन

प्रयागराज से पहला हैरिटेज़ सिटी वॉक शुरू

तालमेल एक्सप्रेस

प्रयागराज। इंडिगो और इंटरग्लोब एंटरप्राईज़ेस के जनसेवी अंग, इंटरग्लोब फाउंडेशन (आईजीएफ) के सीएसआर आर्म, इंडिगोरीच ने प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में अपनी पहली हैरिटेज़ वॉक का आयोजन किया। ‘माई सिटी माई हैरिटेज़’ कैम्पेन के तहत इंटरग्लोब फाउंडेशन के सहयोग से इंडिगोरीच देश के 5 शहरों – प्रयागराज, भुवनेश्वर, नासिक, हैदराबाद, और इंदौर में हैरिटेज वॉक का आयोजन करेगा। इन वॉक्स का उद्देश्य निर्मित हैरिटेज़ के संरक्षण के लिए वार्ताओं और साझेदारियों का माहौल बनाना और इन स्मारकों के आसपास रहने वाले समुदायों एवं यहाँ आने वाले सैलानियों के बीच गर्व की भावना का विकास करना है।
इस वॉक का नेतृत्व डॉ. कविता गुप्ता ने किया और इसे हैरिटेज के प्रति लगाव विकसित करने वाले वेंचर, कल्ट्रे द्वारा क्योरेट किया गया। यह वॉक कैनिंग रोड से एमजी मार्ग तक जाएगी, और ऐतिहासिक स्मारकों, जैसे सिविल लाईंस पुलिस स्टेशन, नगर निगम ऑफिस, ऑल सेंट्स ‘कैथेड्रल, बर्नेट होटल, इंडियन कॉफी हाउस, मर्केंटाईल बिल्डिंग, पैलेस थिएटर, से होते हुए एल चीको पर संपन्न होगी। यह हैरिटेज़ वॉक ‘माई सिटी माई हैरिटेज़’ अभियान का हिस्सा है, जिसकी घोषणा नवंबर, 2022 में भारत में हैरिटेज़ और संस्कृति के महत्व के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए की गई थी। इस अवसर पर, पीटर एल्बर्स, चीफ एग्ज़िक्यूटिव ऑफिसर, इंडिगो ने कहा, ‘‘हमें ‘माई सिटी माई हैरिटेज़’ अभियान के अंतर्गत पहली हैरिटेज़ वॉक प्रयागराज से शुरू करने की खुशी है, जो भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण केंद्रों में से एक रहा है, और इसने स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं इस वॉक में शामिल होने के लिए बहुत उत्साहित था क्योंकि इस शहर ने देश को कई स्वतंत्रता सेनानी और दिग्गज दिए हैं। उपनिवेशीय इलाहाबाद (अब प्रयागराज) की मुख्य सड़क में यहाँ के इतिहास और खूबसूरत वास्तुकला को सुरक्षित रखते हुए पिछले 164 सालों में अनेक परिवर्तन हुए हैं। यह बहुत आवश्यक है कि हम लोगों के बीच गर्व और जागरुकता का विकास कर वास्तुकला के आश्चर्यों का संरक्षण करें, ताकि ये बहुमूल्य संपत्तियाँ भविष्य की पीढ़ियों के लिए सुरक्षित बनी रहें। हम लोगों व स्थानों को जोड़ते हुए भारत में अपने अतुलनीय मार्ग के नेटवर्क द्वारा वास्तुकला के इन आश्चर्यों तक पहुँच बढ़ाते हुए जिम्मेदारी निभाने और अपने आसपास के समुदायों को अपना योगदान देने की प्रतिबद्धता बनाए रखेंगे।’’ रोहिणी भाटिया, चेयरपर्सन, इंटरग्लोब फाउंडेशन ने कहा, ‘‘इंटरग्लोब फाउंडेशन को ‘माई सिटी माई हैरिटेज’ अभियान की प्रयागराज में पहली हैरिटेज़ वॉक का हिस्सा बनने पर गर्व है। इस अभियान द्वारा हमारा उद्देश्य जागरुकता बढ़ाना और लोगों को अपनी संस्कृति को संरक्षण, सुरक्षा और बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करना है। हम अपनी निर्मित और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में ज्यादा प्रतिभागिता को प्रोत्साहित करते हैं। यह विरासत हमारे समृद्ध इतिहास और भविष्य की कड़ी को प्रतिबिंबित करती है। विरासत के संरक्षण द्वारा स्थानीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देना पर्यटन और समुदाय के सामाजिक कल्याण से जुड़ा हुआ है। इंटरग्लोब फाउंडेशन सस्टेनेबल आजीविका, पर्यावरण की सुरक्षा और हमारे देश की विरासत व संस्कृति के संरक्षण के माध्यम से समुदायों में गर्व की भावना का विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’माई सिटी माई हैरिटेज अभियान की सामग्री पूर्व में इंटरग्लोब फाउंडेशन द्वारा सहापीडिया के साथ साझेदारी में एक प्रोजेक्ट से ली गई, जिसमें दस भारतीय शहरोंः प्रयागराज, इंदौर, नासिक, भुवनेश्वर, हैदराबाद, अहमदाबाद, चंडीगढ़, गोवा, कोलकाता, और शिलाँग के विविध विरासत व संस्कृति के पहलुओं की खोज कर उन्हें दस्तावेजबद्ध किया गया था। इस प्रोजेक्ट के तहत दो सौ से ज्यादा सांस्कृतिक रुचि के बिंदुओं की पहचान की गई थी, और सांस्कृतिक मानचित्रण लेख, स्व-निर्देशित पगडंडियों, सूचियों, म्यूज़ियम का मानचित्रण, सांस्कृतिक कैलेंडर, फोटोग्राफी आदि सामग्री को सिटी बुकलेट्स के रूप में तैयार किया गया, जो अब प्रिंट और डिजिटल फॉर्मेट में लोगों को उपलब्ध है। इंटरग्लोब फाउंडेशन और इंडिगोरीच, दोनों ने भारत में विरासत की रक्षा व संरक्षण करने के लिए व्यक्तिगत रूप से अनेक अभियान चलाए हैं। इंटरग्लोब फाउंडेशन के कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स में दिल्ली में अब्दुर्रहीम खान-ए-खाना मॉसोलियम का संरक्षण व सांस्कृतिक पुनरोद्धार, दस शहरों में सांस्कृतिक मानचित्रण एवं दस्तावेज, तथा देलवाड़ा, राजस्थान में स्टेपवैल ‘इंद्र कुंड’ का पुनरोद्धार शामिल है। हाल ही में इंटरग्लोब फाउंडेशन ने इंटरग्लोब हैरिटेज फैलोशिप्स का लॉन्च भी किया है, ताकि जनता को भारत की सांस्कृतिक विरासत की शोध करने और उसे दस्तावेजबद्ध करने में संलग्न किया जा सके और इसके बारे में जागरुकता बढ़ाई जा सके। इंडिगोरीच ने हैदराबाद में कुतब शाही हैरिटेज पार्क में मोहम्मद कुतब शाह मॉसोलियम के संरक्षण और इंदौर, मध्य प्रदेश में लाल बाग पैलेस के इंटीरियर के पुनरोद्धार का प्रोजेक्ट भी शुरू किए।