कोका-कोला इंडिया और एसएलएमजी बेवरेजेज ने किराना एवं ढाबा कारोबार को दी गति

तालमेल एक्सप्रेस

प्रयागराज। कोका-कोला इंडिया ने एसएलएमजी बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर अपने ‘लोकली योर्स’ अभियान के तहत उत्तर प्रदेश में रिटेल उद्यमिता और समाज द्वारा संचालित आर्थिक प्रगति को गति देने की पहल की है। इस कैंपेन ने इस भरोसे को मजबूती दी है कि जब स्थानीय रिटेलर्स विकास करते हैं, तो समाज मजबूत होता है। अपने बोटलिंग पार्टनर्स के साथ मिलकर कोका-कोला इंडिया कूलिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं डिजिटल टूल्स के माध्यम से ढाबा एवं किराना मालिकों का सहयोग कर रही है। इससे उन्हें बिक्री बढ़ाने, ग्राहकों को आकर्षित करने और भारत की तेजी से बढ़ती हाईवे एवं माइक्रो-रिटेल इकोनॉमी में अपनी भूमिका को मजबूत करने में मदद मिल रही है। स्थानीय कारोबारियों का सहयोग करने के सरकार के लक्ष्य के अनुरूप कोका-कोला इंडिया अपने बोटलिंग पार्टनर्स एवं डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के साथ उत्तर प्रदेश के राजमार्गों एवं पर्यटन स्थलों में किराना एवं ढाबा मालिकों की सहायता कर रही है। रिफ्रेशमेंट जोन के माध्यम से कोका-कोला इंडिया ने ढाबा की विजिबिलिटी बढ़ाई है और इन पर ग्राहकों का भरोसा भी बढ़ा है। इससे यहां आने वालों की संख्या और बिक्री में बढ़ोतरी हुई और ये ढाबे राजमार्गों पर पसंदीदा आउटलेट बनकर सामने आ रहे हैं। एक हाइवे ढाबा के मालिक मुकेश ने बताया कि कैसे इस पहल से उन्हें अपना कारोबार बढ़ाने में मदद मिली है। वह कहते हैं, ‘मैं करीब 15 साल से कोका-कोला इंडिया से जुड़ा हूं। जब भी मैंने नया आउटलेट खोला, वहां पहुंचने वालों में सबसे पहले कोका-कोला इंडिया की टीम रही। उनकी टीम ने मुझे रेफ्रिजरेटर लगाने में मदद की। ग्राहकों ने भी इसे महसूस किया और हमारे आउटलेट पर रुकने में भरोसा जताया। इस सहयोग से मेरी बिक्री करीब 25 प्रतिशत बढ़ी है।’ राज्य के स्थानीय किराना स्टोर्स को भी कोका-कोला के कूलिंग एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट का फायदा मिला है। कंपनी के एआई-इनेबल्ड बी2बी प्लेटफॉर्म कोक बडी ने ऑर्डर की प्रक्रिया को सुगम बनाते हुए, रियल टाइम इन्वेंटरी ट्रैकिंग की सुविधा देते हुए और लगातार रिप्लेनिशमेंट के माध्यम से किराना स्टोर के संचालन को मजबूती दी है। साथ मिलकर इन प्रयासों से किराना स्टोर्स के लिए ज्यादा ग्राहकों को आकर्षित करना, बिक्री बढ़ाना और उत्तर प्रदेश की बढ़ती माइक्रो रिटेल इकोनॉमी में सार्थक योगदान देना संभव हुआ है। एमबीए ग्रेजुएट और सेकेंड जनरेशन एंटरप्रेन्योर आयुष कहते हैं, ‘जब मैंने अपना पारिवारिक कारोबार संभाला, तब मुझे एहसास हुआ कि कैसे अपनी दुकान में एक विजिबल कॉर्नर में कोका-कोला फ्रीज रखने जैसे छोटे से बदलाव से बिक्री तीन गुना तक हो सकती है। इतना ही नहीं, बल्कि कोक बडी एप के साथ मैं आधी रात में भी ऑर्डर करने और अगली सुबह स्टॉक पाने में सक्षम हुआ हूं। इस समर्थन के लिए कोका-कोला इंडिया का धन्यवाद। अब मेरा कारोबार कभी थमता नहीं है।’

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