- “दूल्हा भाई” ने खूब हँसाया
- वरिष्ठ सांस्कृतिक कर्मी आलोक रस्तोगी जी को श्रद्धांजलि स्वरूप हास्य नाटक “दूल्हा भाई” का मंचन
प्रयागराज, 31 अगस्त : मूल मराठी हास्य नाटक का श्री गंगाधर परांजपे द्वारा किया गया हिंदी रूपांतरण “दूल्हा भाई” हँसाता गुदगुदाता रहा दर्शकों को, जो विनोद रस्तोगी स्मृति संस्थान, प्रयागराज के कलाकारों द्वारा महाराष्ट्र लोक सेवा मण्डल अलोपीबाग के गणेशोत्सव की सांस्कृतिक संध्या में रविवार की शाम मंचित किया गया ।
नाटक से पूर्व वरिष्ठ सांस्कृतिक कर्मी आलोक रस्तोगी जी को महाराष्ट्र लोक सेवा मण्डल एवं विनोद रस्तोगी स्मृति संस्थान द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान रस्तोगी जी के परिवार के समस्त सदस्य उपस्थित रहे ।
कथानक स्वयं में ही हास्य उत्पन्न करता है जब एक के बाद एक होने वाली घटनाएं एक ओर मंच पर ऊहापोह की स्थिति पैदा करती हैं, वहीं दर्शकों को गुदगुदाती हैं और ठहाके लगाने पर मजबूर कर देती हैं । पति और पत्नी अपने – अपने जानने वालों को बेटी की शादी के लिए उसे देखने को बुलाते हैं और दोनों परिवार एक ही समय पर आ धमकते हैं। अब तरह – तरह के बहाने और गड़बड़ी को ढंकने तोपने के कोशिशें स्वतः ही हास्य उत्पन्न करती हैं। दोनों लड़के भरपूर कोशिश करते हैं लड़की को रिझाने की, और इस क्रम में वो एक से बढ़ कर एक मूर्खताएं करते जाते हैं । विभिन्न परिस्थितियों से गुज़रते हुए नाटक एक सुखद अन्त की ओर बढ़ता है, जहाँ दूल्हा बनता है कोई और ही । नाटक में स्वप्न दृश्य अत्यंत प्रभावी रहे तथा नाटक ने दर्शक दीर्घ को खूब आनंदित किया ।
दूल्हा भाई में मंच पर भाग लेने वाले कलाकार थे – अभिलाष नारायण, निवेदिता दास गुप्ता, आशू, तुषार सौरभ, मधुरिमा बोस, प्रतीक कु. सिंह, गजेन्द्र यादव, शुभम श्रीवास्तव एवं अनुज कुमार ।
मंच परे – लाइट – सुजॉय घोषाल, संगीत – दिव्यांश राज गुप्ता, शुभम वर्मा एवं परिकल्पना व निर्देशन – अजय मुखर्जी का रहा ।
धन्यवाद भवदीय अभिलाष नारायण अध्यक्ष