Jensen Huang नाम से तो पक्का कुछ समझ नहीं आने वाला।
चलिए अब Nvidia पढ़िए, अब थोड़ा-थोड़ा समझ आ रहा होगा। ग्राफिक कार्ड बनाने वाली कंपनी जो आज की तारीख में टेक जगत में blue-eyed boy बनी हुई है। Apple को पीछे छोड़कर दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। जनाब Jensen Huang इसी कंपनी के सीईओ हैं।
फर्श से अर्श तक, फीनिक्स पक्षी, हारकर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं. इसके साथ कोई और कहावत, मुहावरा या फिल्म का डायलॉग आपको याद आ रहा है तो दन्न से अपने मन में बोल डालिए. क्योंकि आज जिस शख्स की बात हम करने वाले हैं उसके ऊपर ये सब फिट बैठता है. आजकल ये जनाब रॉकस्टार बने हुए हैं. जहां जाते हैं वहां लोग इनके साथ फोटू खिंचाने के लिए पागल हो जाते हैं. इनकी लोकप्रियता अपना अलग ही ग्राफ बना रही है. पढ़कर आपको लगेगा कि शायद किसी बॉलीवुड सेलिब्रिटी, खिलाड़ी या राजनेता की बात करने वाले हैं.
नहीं जनाब, अब की बार इन सबसे पार वाला मामला है. क्योंकि बात होने वाली है Jensen Huang की. नाम से तो पक्का कछु समझ नहीं आने वाला. चलिए अब Nvidia पढ़िए. अब थोड़ा-थोड़ा समझ आ रहा होगा. ग्राफिक कार्ड बनाने वाली कंपनी जो आज की तारीख में टेक जगत में ब्लू आइड बॉय बनी हुई है. जनाब Jensen Huang इसी कंपनी के सीईओ हैं. इनकी बात करेंगे.टेक जगत के नए रॉक स्टार
टेक की दुनिया में सुपरस्टार्स की कोई कमी नहीं. बिल गेट्स से लेकर स्टीव जॉब्स तक. टेस्ला वाले मियां एलन मस्क से लेकर गूगल वाले सुंदर पिचाई और मेटा वाले मार्क जकरबर्ग तक. आजकल OpenAI वाले सैम भी रौला जमाए रखते हैं. मतलब सभी लोकप्रिय हैं, मगर सेलिब्रिटी स्टेट्स सिर्फ स्टीव जॉब्स को ही मिला. उसके बाद उनके उत्तराधिकारी और एप्पल के वर्तमान सीईओ टिम कुक भी खूब लोकप्रिय हैं.
मगर अब ऐसा माना जा रहा है कि Jensen Huang उनसे भी आगे निकल गए हैं. लोग उनकी कंपनी के शेयर खरीदने के लिए मरे जा रहे. हर इन्वेस्टर उनकी कंपनी में पैसा लगाना चाहता है. हर कोई उनका इंटरव्यू लेना चाहता है. हर कोई उनके साथ सेल्फ़ी लेना चाहता है. सेल्फ़ी ना सही तो फोटो भी चलेगी. लेकिन हर कोई ब्लैक लैदर जैकेट में दिखने वाले Jensen के पीछे पागल है. जहां जाते हैं वहां एकदम रॉकस्टार जैसे एंट्री करते हैं. मगर भाईसाहब ऐसा क्या करते हैं?
AI का गेम बदलने वाला GPU बनाते हैं
इनकी कंपनी का नाम तो हम बता ही चुके हैं. NVIDIA जो सेमीकंडक्टर और GPU बनाती है. सेमीकंडक्टर का गेम अभी जस का तस है, मगर GPU मतलब Graphics Processing Unit में आग लगी हुई है. और ये आग लगाई है AI ने. वही AI जिसे असल में दरवाजा खटखटाते अभी डेढ़ साल ही हुए हैं. याद कीजिए दिसंबर 2022 जब OpenAI का चैट GPT पब्लिक के लिए उपलब्ध हुआ. तभी दुनिया ने जाना कि AI क्या कमाल की चीज है. इसके बाद गूगल का Gemini और माइक्रोसॉफ्ट का Copilot भी लॉन्च हुए. ये सिर्फ उदाहरण हैं क्योंकि AI बेस्ड ऐप्स और चैटबॉट की लाइन लगी हुई है. इन्हीं चैटबॉट को चलाने के लिए चाहिए होता है GPU. क्या बला है ये GPU?
GPU मतलब एक कंप्यूटर चिप जिसका उपयोग कंप्यूटर से लेकर लैपटॉप, स्मार्टफोन और अन्य डिवाइसों में पिक्चर, वीडियो, 2D और 3D एनिमेशन को डिस्प्ले करने के लिए किया जाता है. आम भाषा में इसे ग्राफिक्स कार्ड और वीडियो कार्ड भी कहते हैं. इसका आविष्कार 1999 में Nvidia द्वारा किया गया था. इसके पहले तक कंप्यूटर और फोन में केवल CPU का इस्तेमाल किया जाता था. GPU आने से ही इमेज और वीडियो का गेम बदला. इसी चिप की मदद से इमेज और वीडियो स्क्रीन पर जल्दी लोड होते हैं. नॉर्मल लैपटॉप तो बेसिक सा जीपीयू, और अगर तगड़ा गेमिंग लैपटॉप तो जबर वाला.
अब इसी GPU की जरूरत चैटबॉट को होती है. मतलब उनके सिस्टम से लेकर क्लाउड स्टोरेज तक को. मसलन चैट जीपीटी के एक मॉडल को ट्रेंड करने के लिए 10,000 जीपीयू यूनिट्स की जरूरत पड़ी थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट से अरबों रुपये चार्ज किए हैं. माइक्रोसॉफ्ट इसलिए क्योंकि वो चैट जीपीटी की पेरेंट कंपनी OpenAI में पहले से इन्वेस्ट किए हुए है और आजकल तो मालिकाना हक भी उसी का है. कंपनी क्या करती है वो जान लिया. अब वापस Jensen Huang पर लौटते हैं.क्या सब पहले से चंगा था?
नहीं, क्योंकि साल 2022 में कंपनी का मार्केट कैप 2021 के 735 बिलियन डॉलर से तकरीबन 50 फीसदी गिरकर 364 बिलियन डॉलर आ गिरा था. ग्राफिक कार्ड कोई सब्जी-तरकारी नहीं जो रोज लगे. एक डिवाइस में एक बार फिट हुआ तो काम खत्म ही समझो. मतलब हालत खराब थी. लेकिन 2022 के अंत में AI तकनीक आई और क्या जबर आई. सिर्फ साढ़े तीन महीने में उनकी मार्केट कैप 1 ट्रिलियन (लगभग 83 लाख करोड़ रुपये) बढ़ गई. कल यानी 5 जून को जब अमेरिकी बाजार बंद हुआ तब वो एक और कमाल कर चुकी थी. कंपनी का मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया. अब कंपनी से आगे सिर्फ माइक्रोसॉफ्ट है क्योंकि दूसरे नंबर पर काबिज एप्पल गया तीसरे नंबर पर. शायद जब आप इस खबर को पढ़ रहे हों, तब तक नंबर वन स्पॉट भी मिल सकता है क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट 3.15 ट्रिलियन डॉलर पर ही है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्राफिक्स कार्ड के 80 फीसदी बाजार पर इसी कंपनी का कब्जा है. आगे कुछ बोलने की जरूरत नहीं.
मगर थोड़ा और Jensen Huang के बारे में जान लेते हैं. आज भले वो अमेरिकी कारोबारी हैं, मगर उनका जन्म ताइवान में हुआ. छोटी उम्र में उनको और उनके भाई को पढ़ाई के लिए अमेरिका भेजा गया. इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की डिग्री लेने के बाद उन्होंने कुछ साल AMD नाम की कंपनी में काम किया. फिर साल 1993 में सिर्फ 30 साल की उम्र में Nvidia बनाई. आज की तारीख में दुनिया के 14वें धनवान व्यक्ति हैं. मौज लेना हो तो कह सकते हैं कि अपनी एक पॉकेट में Tesla जैसी कंपनी लिए घूम रहे क्योंकि उसका मार्केट कैप 532 बिलियन डॉलर (40 लाख करोड़ रुपये) है.
आगे क्या कहें, साल 2022 दूसरा था और अब साल 2024 दूसरा है.