आग से बचाव के लिए अग्निशमन विभाग की ओर से जारी किए गए दिशा निर्देश
महाकुंभ को फायर फ्री जोन बनाने का संकल्प
सोशल मीडिया के माध्यम से आमजन और श्रद्धालुओं को किया जा रहा जागरूक
एनिमेटेड वीडियोज और कार्टून कैरेक्टर्स के जरिए दिए जा रहे सेफ्टी टिप्स
#बचावहीहमाराकर्तव्यहै और “आपकी समझदारी है सुरक्षा आपकी और हमारी टैग लाइन को किया जा रहा प्रमोट
प्रयागराज, 24 नवंबर। हर बार की तरह इस बार भी महाकुंभ को सुरक्षित और फायर फ्री बनाने के लिए अग्निशमन विभाग उत्तर प्रदेश ने कमर कस ली है। विभाग ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया है। अग्निशमन विभाग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एनिमेटेड वीडियो और सेफ्टी टिप्स के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहा है। इन वीडियोज में महाकुंभ में आग से बचाव के उपायों को सरल भाषा में समझाया गया है।
“बचाव ही हमारा कर्तव्य” थीम पर जागरूकताआए अभियान
प्रयागराज के मुख्य अग्निशमन अधिकारी और महाकुंभ के नोडल अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि अग्निशमन विभाग “बचाव ही हमारा कर्तव्य है” थीम के तहत कार्य कर रहा है। हर वीडियो में “आपकी समझदारी है सुरक्षा आपकी और हमारी” टैगलाइन को प्रमोट किया जा रहा है। अग्निशमन विभाग का लक्ष्य है कि इस महाकुंभ में कोई भी आगजनी की घटना न हो और श्रद्धालु सुरक्षित माहौल में धार्मिक अनुष्ठान कर सकें। विभाग ने अपील की है कि आग लगने की स्थिति में तुरंत 100 या 1920 नंबर पर सूचना दें।
आग से बचाव के लिए क्या करें और क्या न करें
- टेंट और पंडाल में अलाव और चूल्हा वर्जित:
एक वीडियो में दिखाया गया है कि कुछ लोग टेंट के पास अलाव जलाकर छोड़ देते हैं, जिससे आग फैल जाती है। फायर अधिकारी ने आगाह किया है कि पंडालों में अलाव, चूल्हा और हवन कुंड का उपयोग न करें। - विद्युत उपकरणों का सही उपयोग:
छोटा भीम जैसे कार्टून कैरेक्टर्स के माध्यम से लोगों को बताया जा रहा है कि कटे-फटे तारों और ओवरलोड विद्युत उपकरणों का उपयोग न करें। साथ ही, फायर ब्रिगेड को रास्ता देने का महत्व भी समझाया गया है। - ज्वलनशील पदार्थों का परहेज:
एक अन्य वीडियो में पुजारी जी द्वारा हवन के दौरान घी गिरने से आग लगने की घटना दिखाई गई है। अधिकारियों ने श्रद्धालुओं को ज्वलनशील पदार्थों जैसे पेट्रोल, डीजल, और मोमबत्तियों का उपयोग न करने की सलाह दी है।
रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉक ड्रिल
अग्निशमन विभाग द्वारा महाकुंभ में रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉक ड्रिल भी की जा रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई हो सके।