लॉरेन पॉवेल जॉब्स इस्कॉन द्वारका की महाकुंभ पहल में होंगी शामिल
प्रयागराज में वैश्विक हस्तियों का जमावड़ा, महाकुंभ में सेवा का वैश्विक संदेश
स्टीव जॉब्स और हरे कृष्ण आंदोलन का संबंध, भारतीय संस्कृति से लॉरेन पॉवेल जॉब्स का जुड़ाव
परोपकारी और एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की विधवा, लॉरेन पॉवेल जॉब्स, महाकुंभ मेला 2025 के दौरान प्रयागराज में इस्कॉन द्वारका की महत्वाकांक्षी पहल में भाग लेंगी। इस पहल का उद्देश्य तीर्थयात्रियों और स्वच्छता कार्यकर्ताओं को बड़े पैमाने पर भोजन और सहायता प्रदान करना है।
अदानी समूह के सहयोग से, इस्कॉन द्वारका तीन पवित्र स्नान दिनों में प्रतिदिन 2 लाख और बाकी दिनों में 60,000 भोजन वितरित करेगा। लॉरेन की भागीदारी उनके दिवंगत पति स्टीव जॉब्स की हरे कृष्ण आंदोलन के प्रति गहरी कृतज्ञता का प्रतीक है। जॉब्स ने अपने संघर्ष के दिनों में इस्कॉन मंदिर में मिले भोजन और सांत्वना को याद करते हुए 2005 के स्टैनफोर्ड भाषण में इसे अपनी सफलता की प्रेरणा बताया था।
हाल ही में, वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर की यात्रा के दौरान, निरंजनी अखाड़े के कैलाशानंद गिरि महाराज ने उन्हें ‘कमला’ नाम दिया, जो उनकी भारतीय आध्यात्मिकता से जुड़ाव को दर्शाता है।
महाकुंभ न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर से आध्यात्मिक साधकों और वैश्विक हस्तियों को आकर्षित करेगा। लॉरेन पॉवेल जॉब्स की उपस्थिति सेवा, करुणा, और सांस्कृतिक एकता के मूल्यों को बढ़ावा देगी। यह पहल स्टीव जॉब्स की विरासत और इस्कॉन के योगदान का सम्मान करते हुए महाकुंभ के महत्व को और गहराई से स्थापित करेगी।