तालमेल एक्सप्रेस प्रयागराज: राष्ट्रीय सहकारी प्रशिक्षण परिषद (एनसीसीटी), जिसका उद्देश्य सहकारी समितियों का कौशल विकास करना और उन्हें सशक्त बनाना है, ने 2022-23 में रिकॉर्ड प्रदर्शन के बाद 2023-24 में और भी अधिक सफलता हासिल की है। राष्ट्रीय सहकारी प्रशिक्षण परिषद (एनसीसीटी) ने पिछले वर्ष की उपलब्धियों को सभी क्षेत्रों में पार कर लिया है, जिसमें प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रमों की संख्या, प्रशिक्षित प्रतिभागियों की संख्या और सोशल मीडिया का उपयोग करके भारत सरकार की पहल, कार्यक्रमों और नई योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना शामिल है। यह सहकारी समितियों और उनके हितधारकों को सशक्त बनाने के लिए एनसीसीटी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
एनसीसीटी ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान देश भर में 3,619 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए, जो अपने 3,140 के लक्ष्य से 15.25 प्रतिशत अधिक है।
31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष के दौरान, एनसीसीटी ने देश में सहकारी समितियों से जुड़े 2,21,478 लोगों को प्रशिक्षित किया, जो 2,00,000 प्रतिभागियों के लक्ष्य से 10.78 प्रतिशत अधिक है।
एनसीसीटी, केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय द्वारा प्रवर्तित एक स्वायत्त सोसायटी, सहकारी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मियों के लिए सहकारी प्रबंधन और प्रशासन पर ध्यान देने के साथ सहकारी प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए जिम्मेदार है।
एनसीसीटी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, “वर्ष 2022-23 में सभी मोर्चों पर अब तक की सर्वोच्च उपलब्धि दर्ज करने के बाद, एनसीसीटी के प्रयासों के परिणामस्वरूप 2023-24 के दौरान इसे भी पीछे छोड़ दिया गया है – चाहे वह आयोजित प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रमों की संख्या के संदर्भ में हो, या प्रशिक्षित प्रतिभागियों की संख्या के संदर्भ में हो, या भारत सरकार की योजनाओं, कार्यक्रमों और नई पहलों के बारे में जनता के बीच जागरूकता फैलाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग के संदर्भ में।”
2022-23 के दौरान, एनसीसीटी ने 1,740 कार्यक्रमों के लक्ष्य के मुकाबले देश भर में 3,287 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए थे। साथ ही प्रतिभागियों की संख्या 43,500 के लक्ष्य की तुलना में 201,507 थी।
एनसीसीटी अधिकारी ने आगे कहा कि 2023-24 के दौरान, कुल प्रतिभागियों में से 70,169 (31.68 प्रतिशत) महिलाएं थीं जिन्होंने प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रमों में भाग लिया।
कुल प्रतिभागियों (221478) में से 44 प्रतिशत सामान्य वर्ग से, 13 प्रतिशत एससी वर्ग से, 9 प्रतिशत एसटी वर्ग से और 34 प्रतिशत ओबीसी वर्ग से थे।
एनसीसीटी और इसकी प्रशिक्षण इकाइयों ने कई सफल प्रशिक्षु तैयार किए हैं जो आगे चलकर सहकारी नेता और प्रबंधक बन गए हैं। इसके अलावा, एनसीसीटी के प्रशिक्षु प्राथमिक सहकारी समितियों और संघों के बीओडी-सीईओ-सदस्य रहे हैं, जिन्होंने सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया है और उनकी कहानियां विभिन्न प्रकाशनों में शामिल की गई हैं।
वर्ष 2023-24 के दौरान, एनसीसीटी और इसकी प्रशिक्षण इकाइयों ने कई नए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय संगठनों, संस्थानों, विश्वविद्यालयों और उद्योगों के साथ साझेदारी की।