डीआईएस कार्यालय में बाबुओं ने दबा रखी है दो दर्जन शिक्षकों के पदन्नति की फाइल
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सीएम के 100 दिन के तहत शिक्षकों की होनी थी पदोन्नति
बाबुओं के खिलाफ कमिश्नर – जेडी से कारवाई एवं उनके संपत्ति के जांच की मांग
प्रयागराज। डीआईओएस कार्यालय प्रयागराज के दबंग बाबू मुख्यमंत्री के सौ दिन योजना पर भी भारी पड़ रहे हैं क्योंकि मुख्यमंत्री के 100 दिन कार्य योजना के तहत दो दर्जन शिक्षकों की पदोन्नति होनी थी लेकिन उनकी फाइल अभी तक दबंग बाबुओ ने मनमानी करके कार्यालय में दबा रखी है। पदोन्नति के लिए परेशान शिक्षक डीआईओएस कार्यालय का महीनों से चक्कर लगा रहे हैं लेकिन मामले की सुनवाई नहीं हो रही है जिससे वह मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान है। उधर, शिक्षक संगठनों ने कमिश्नर और जेडी से मनबढ बाबुओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग करते हुए डीआईओएस कार्यालय से हटाने की और उनके संपत्ति के जांच की मांग किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार 100 दिन की कार्य योजना के तहत शिक्षकों की पदोन्नति होनी थी। पदोन्नति वाले शिक्षकों की पूरी फाइल तैयार है लेकिन डीआईओएस कार्यालय के दबंग बाबुओं ने पदोन्नति के मामले में खेल कर दिया है। उन्होंने पदोन्नति वाले शिक्षकों की फाइल नहीं चलाई बल्कि उनको दबाकर रख दिया है। इतना ही नही बल्कि फाइलों में कोई ना कोई गड़बड़ी लगाकर बार-बार अलग -अलग अभिलेख की मांग करते है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस मामले की जानकारी पूर्व डीआईओएस आर एन विश्वकर्मा, पीएन सिंह और वर्तमान डीआईओएस लाल बाबू मौर्या को है लेकिन किसी ने भी पदोन्नति के मामले के निस्तारण में दिलचस्पी नही दिखाई है।
माध्यमिक शिक्षा के सूत्रों का कहना है कि डीआईओएस कार्यालय प्रयागराज में जितने बाबू हैं उससे अधिक वह अपने प्राइवेट सहायक रखते हैं अर्थात डीआईओएस कार्यालय के एक-एक बाबू के पास दो – दो प्राइवेट बाबू हैं जो हाईकोर्ट के मामलों से लेकर पदोन्नति सहित अन्य मामलों की देखरेख करते हैं और फाइल कंप्लीट होने पर जिसके पास भेजनी होती है संबंधित बाबू लेकर डीआईओएस के पास जाता है।
सबसे बड़ी बात यह है कि पदोन्नती वाले शिक्षकों की फाइल डीआईओएस कार्यालय में तैयार है लेकिन बाबू लोग उसे दबा रखे है जिससे कि वह फाइल जेडी कार्यालय तक पहुंच नही पा रही है जिससे शिक्षकों की पदोन्नति हो सके। कुछ शिक्षकों के पदोन्नति की फाईल कई वर्ष से डीआईओएस कार्यालय में लंबित है। इस मामले में जेडी दिब्यकांत शुक्ल का कहना है कि उनको मामले की जानकारी नहीं है और वह शीघ्र इस मामले में डीआईओएस से बात करके लंबित पदोन्नति के मामलों का शीध्र निस्तारण करेंगे। उन्होंने कहा कि पदोन्नति की फाइल दबाने वाले बाबुओं के खिलाफ सख्त विभागीय कार्यवाही होगी।
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