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नक्कारे की गूंज से आरंभ हुआ चार दिवसीय “नाट्य-महोत्सव

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नौटंकी “भगीरथ के बेटे” ने गाई कर्म की महिमा

तालमेल एक्सप्रेस

प्रयागराज। नौटंकी “भगीरथ के बेटे” के धमाकेदार मंचन से आरंभ हुआ विनोद रस्तोगी स्मृति संस्थान द्वारा आयोजित चार दिवसीय “नाट्य महोत्सव 2022″। सुमधुर संगीत, कलाकारों के अभिनय तथा सशक्त कथानक ने दर्शकों को अंत तक बांधे रखा तथा वे नौटंकी की धुनों को गुनगुनाते हुए प्रेक्षागृह से बाहर निकले। विनोद रस्तोगी स्मृति संस्थान प्रयागराज द्वारा प्रस्तुत इस नौटंकी का निर्देशन किया था अजय मुखर्जी ने। यह कार्यक्रम संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से हो रहा है। सन 1958 में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा प्रथम पुरस्कार प्राप्त आलेख “भगीरथ के बेटे” विनोद रस्तोगी जी की नौटंकी रचना है, जिसमें उस समय की सामाजिक समस्या को बखूबी उजागर किया गया है जो कमोवेश आज भी सामाजिक एकरसता को तार-तार करती है । गांव में सूखा पड़ा है और कुछ धन लोलुप इस स्थिति का भी लाभ उठाना चाहते हैं। गांव की पढ़ी-लिखी युवा पीढ़ी उनके कुचक्र को फलीभूत नहीं होने देती और किसान, मजदूर अपनी मेहनत से गांव तक नहर खोद कर लाते हैं । जिससे गांव में खुशी की लहर दौड़ जाती है और धन लोलुप भी सही राह पर आ जाते हैं।
भाग लेने वाले कलाकार अभिलाष नारायण, रोहित यादव, शुभम पालीवाल, आशीष यादव, शुभम वर्मा, रजत कुशवाहा, दिग्विजय सिंह आदि रहें। हारमोनियम/संगीत परिकल्पक – उदय चन्द परदेसी, नक्कारा – मास्टर फूलचंद, क्लेरेनेट – कन्हैया , ढोलक -प्रवीण श्रीवास्तव व प्रकाश – सुजॉय घोषाल। विनोद रस्तोगी स्मृति संस्थान द्वारा आयोजित एवं शर्मा परिवार के सहयोग से इस साल का “विपिन शर्मा स्मृति सम्मान” आकाश अग्रवाल रंगकर्मी को मिला।
आज 17 नवंबर को “हम थिएटर” भोपाल की प्रस्तुति गिरीश कारनाड लिखित “ययाति” का मंचन फ़िल्म एवं रंगमंच अभिनेता बालेंद्र सिंह के निर्देशन में होगा।

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