योग के बल पर ही मनुष्य द्वारा वास्तविक चमत्कार संभव – प्रो. कृष्ण बिहारी पांडेय
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तालमेल एक्सप्रेस
प्रयागराज। मंगलवार को माधव ज्ञान केंद्र नैनी देव रख प्रयागराज में विश्व योग परिषद के वैचारिक सत्याग्रह (आओ योग करें – देश का नवनिर्माण करें) श्रृंखला कार्यक्रम का दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर कृष्ण बिहारी पांडेय एवं अंतरराष्ट्रीय योग गुरु आत्माचार्य जी द्वारा हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर कृष्ण बिहारी पांडेय ने योग के अष्टांग नियमों की विस्तृत व्याख्या कर युवाओं को योग की उपयोगिता के संबंध में बताया उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज इसी योग की शक्ति से संपूर्ण विश्व के समक्ष चमत्कार प्रस्तुत करते थे जिससे सारी दुनिया स्तंभ रह जाती थी परंतु अब यह संभव नहीं हो पा रहा है । इसलिए युवाओं को अपनी दैनिक दिनचर्या में योग को सम्मिलित करना चाहिए जिससे कि हमारा भारत पुनः अखंड विश्व के सामने एक विश्व शक्ति के रूप में प्रस्तुत हो सके। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अंतरराष्ट्रीय योग गुरु आत्माचार्य जी ने योग विषय की जानकारी प्रदान की ! उन्होंने युवाओं द्वारा स्ट्रेस, डायबिटीज, मोटापा, याददाश्त का कमजोर होना, चिड़चिड़ापन, इत्यादि विषयों से संबंधित सवालों के जवाब दीया और इन से बचते हुए अपने जीवन को लक्ष्य पर कैसे केंद्रित हो इसका तरीका बताया ! आत्माचार्य जी ने कहां हम सबको दैनिक जीवन में योग और संस्कार को स्थान प्रदान करना होगा तभी हम जैसे युवाओं का भवितव्य सुरक्षित हो सकेगा इसलिए प्रत्येक युवाओं को दैनिक दिनचर्या में कम से कम 10 मिनट योग को शामिल करना चाहिए क्योंकि आज का युवा अतिरिक्त विकास की दौड़ में इतना ज्यादा परेशान है कि वह अपने वास्तविक विकास की अवधारणा को समझ ही नहीं पा रहा है जिस कारण आज के युवा अच्छे अच्छे पदों पर सुशोभित तो हो रहे हैं । कार्यक्रम की अध्यक्षता माधव ज्ञान केंद्र के प्रधानाचार्य विंध्यवासिनी ने किया उन्होंने विश्व योग परिषद के उद्देश्य की सराहना की उन्होंने कहा योग आपके जीवन के कर्म के कौशल प्रदान करेगा जिससे आपकी दैनिक दिनचर्या सुदृढ़ होगी और लक्ष्य के प्राप्ति का मार्ग सुगम होगा। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अविनाश अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विद्यालय परिवार और उपस्थित शिक्षक बंधुओं का धन्यवाद किया, संचालन आचार्य अभय ने किया, कार्यक्रम की व्यवस्था मनोज एवं टी.एन. पांडेय के द्वारा हुई!


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